यूनिटी

किसी एक के कहने से,  हमारी दुनियाँ नहीं बनेगी , बस बात इतनी सी है की यही चीज़ हम सब समझ जाये की सब लोग साथ रहे,बिना किसी स्वार्थ के उसी मैं सबकी भलाई है और सबको साथ लेकर चलना ये बहुत कम लोगों मैं पाया जाता है, कोई अपने आपको सुपीरियर ना  समझते हुए सब लोग साथ रहो.
क्योंकि जब तक पांचों उँगलियाँ बंद है तब तक पकड़ बने रहेगी और जहाँ पांचों उँगलियाँ खुली, पकड़ ढीली हो जाएगी...
सब लोग एक साथ, एक जुट होकर रहोगे तो बिना किसी स्वार्थ के तो हमारी आने वाली नस्ले भी हमसे वही सीखेंगी जो हम अभी बीज बोयेंगे अगर अपनी आने वाली नस्लों  को कुछ देना चाहते हो तो एकता का पाठ  और प्यार दो वरना कई सालों कि नींव बनी बनाई  बिखर जाएगी.... 
अपने आने वाली पीढ़ी को इतना बूढ़ा ना बना दो कि आने वाले समय मैं आपको लाठी बनना पढ़े, हाँ अगर वो जानता  है कि उसे अपने जिंदगी मैं क्या करना है और अपने सपनो के लिए महेनत कर रहा है /रही है...  तो बिल्कुल उसका साथ मत छोड़ो जी जान से लगे रहो बिना ये सोचे कि लोग क्या कहंगे, लोगों का काम है कहना वो कहते रहेंगे......

हमारी डायरी के लिखे कुछ अंश....... 🙏

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