बाबा

सबके लाइफ का कोई ना कोई हीरो होता है, मेरे लाइफ के हीरो मेरे बाबा जी थे, जिंदादिली, खुदारी, हसमुख, खुले विचार के अब उनके नजर मै सब एक जैसे ही होते थे, कभी भी उन्होंने किसी के साथ भेद, भाव नहीं रखा , और बोलते थे की जितना ऊपर वाले ने दिया है उतने मै खुश रहना चाहिए........वो अकसर पहलवान बाबा  (बाबा के चचेरे भाई ) का जिक्र करते थे......
 बाबा जी ने न जाने कितने लोगों की मदद की थी ऐसा की एक हाथ से दो  दूसरे हाथ को पता ना चले, मै तो कभी,कभी उनके चाल, ढाल की  कॉपी करने की कोशिश करता था...उनकी तरहा बैठना, बात करने की तरीका.... सबकुछ, एक बार उनसे पूछा था... बाबा जी आप हमें परदे या टीवी पे स्टेज पे किसपर देखना पसंद करेगें , बाबा कहे की "अरे जिसपर भी दिखो हमको तो सबमे अच्छे लगोगे... इस मामले मै बहुत लकी रहा की बाबा जी ने मेरा थिएटर का एक शो देखा था.. उसदिन बाबा बहुत खुश थे, "जब मिले तो बोले ऐसे ही काम करते रहो खूब आगे जाओगे बस महेनत करते रहो "...... आज से 5 साल पहले उनके और दादी के नाम का टैटू बनवाया था अभी भी है.. अपने राइट हैंड मै जब उनको दिखाया तब कहे, हाँ, हाँ कलाकार हो कला दिखा रहें हो अपना..... और फिर बहुत गौर से देखने लगे..... हाँ कभी भी खुलकर  रोये नहीं सामने कभी भी नहीं .. एक बार हॉस्पिटल मै एडमिड थे तो उनको दावा लगा रहा था तब बस वो एक बार था...... मेरे सामने,
 उसके बाद उन्होंने कहा मेरे पास आकर सो जाओ उसदिन मै भी खुद को रोक नहीं पाया... उनको बिना जताए उनके सीने पर सर रखकर  सो गया ...... और उनके माथे को चूमकर बोला सो जाइये अब... वैसे तो उन्होंने बहुत कुछ बताया हमसे जिक्र किया..... कई सारी चीजें सिखाया, बताया...... 
वो एक बात हमेशा कहते थे हमसे, इंसान को खुद से ईमानदार होना चाइये,कभी हार नहीं माननी चाहिए,
 वो हमको खोजते रहते कही ना कही जब कभी भी उनके साथ टाइम स्पेंड करता.... तो  अपनी पूरी लाइफ की कहानी मुझे सुनाते.....
वो जब कभी भी मेरे साथ रहते तब, तब अपने दिल की सारी बातें बताते, कभी कभी तो बच्चों की तरहा हो जाते थे...... 
आख़िरी बार जब गाओं गए हम उनको लेने के लिए.. 
अब जैसे ही उनके कमरे मैं गए उनके पास बाबा देखते ही बोले तुम बदमाश होगये हो, बुलाया कब और आए आज हो........ (कुछ  दिन की पहले की बात है )और उसके बाद 
मै चुप, चाप उनके गोद मै सर रख कर बैठ गया, और  सर पे हाथ फेरने लगे....और फिरसे अपनी बात करने लगे और ठीक 1हफ्ते बाद लास्ट  टाइम मैं बड़े क्या बच्चे तक रोता देखा मेरा छोटा भाई विशु 9 वो कहने लगा "भैया जब मैं गाओं  आता था तो  पहले पूछते थे की मलयज को पहचाने,  अब नहीं पूछ रहें है भैया  .. उसको मैं गले लगा लिया फिर..... कुछ दिन पहले मैं सर पर तेल लगाने को दिया उनको, फिर बोलने लगे की अरे अब जब लेटेंगे तब लगाना तेल, हसकर बोलने लगे, हमने भी मुँह बनाकर बोला अरे बाबा क्या है ये? तो चिढ़ाते जैसा हसने लगे 
मैं नहीं जानता की रियेक्ट अब कैसे करूंगा मैं.... 
क्योंकी लिखूं भी क्या? बहुत सी बातें है उनके  जैसा 
शेरदिल इंसान नहीं देखा, आप मेरे हीरो है, थे और रहेंगे..
बहुत प्यार करता हूँ आपको बाबा, सच मैं बहुत याद आएंगे आप, हाँ आखिरी टाइम मैं,  जब मैं मिला था तब उन्होंने अपने सीने पर मेरा सर रखा मुझे चूमा और बोला.....
 "खूब खुश रहो, खूब आगे बड़ो, खूब आगे जाओगे"
ये मेरे लिए उनके आखिरी शब्द थे.... 
  
अब आप हमारे बीच नहीं है, पर आपकी सिखाई हुई सारी बातें याद है हमें, बहुत याद आएंगे आप बहुत..... 🙏

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