खुद से प्रेम
"खुद से प्यार करें तब जाकर लोग आपको प्यार करेंगे। "
सच,सच बोलिये कितने लोग आपको प्यार करतें होंगे,
वाकई में कितने लोग? ये सवाल आप खुद से करिये और हर रोज करिये और खुद से पूछने के दौरान जिसदिन भी लगे की मेरे सवाल से क्वेश्चन मार्क हट चुके हैं,उसदिन समझना की हाँ उतने लोग वाकई चाहते हैं आपको।
पर सवाल अभी भी वही की खुद से प्यार करना होता क्या हैं?
1 क्या सिर्फ अपने या अपने स्वार्थ के लिए सोचना ही खुद से प्यार करना ही होता है?
2 क्या खुद के मैंटेनेंस पर खर्चा करना खुद से प्यार करना होता हैं ?
ज्यादातर लोग सिर्फ खुद से प्यार करने का मतलब यही समझते हैं, बल्कि इसका अर्थ बड़ा गहरा हैं जो समझ गया आज उस, उस को पूरी दुनिया ने अपने ऊपर बैठा लिया
जैसे मदर टेरेसा, डॉ.एपीजे अब्दुलकलाम जी,
उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ जी,भिखारी ठाकुर जी,दिलीप कुमार जी,शाहरुख़ ख़ान,वडाली ब्रदर्स,गुरदास मान जी,टी. हार्व एकर, बॉब प्रॉक्टर,बिल गेट्स,स्टीव जॉब्स और ना जाने कितने लोग........
खुद से प्यार करने का मतलब यही हैं की सबसे पहले आप खुद का नुकसान न करें चाहे रिश्ते से हों या खुद के जिस्म से हों, आप जब अपने आपको को नुकसान पहुंचाते हैं ड्रग्स से, खुद को, तब आप मन को और शरीर को पूरा खोखला कर चुके होतें हैं आप,.... तब लगता हैं की आप जो कर रहे हैं वही सही हैं, दूसरा,....किसी को अपने आप से आगे बढ़ते देखना आपको बहुत तकलीफ देती हैं अगर.... तो ये सबसे बड़ी कमजोरी हैं और मैं ये बेशक़ कहूंगा की मुबारक हों आप ज़िन्दगी मैं 7% कदम पीछे हों चुके हैं, 10 % के हिसाब से लेकर चल रहा अभी तो फिलाल के लिए।
अपने आप को खोकला कर लेना और ऐसी परिस्थिति पर अपने आप को ऐसी अवस्था पर लाकर खड़ा कर लेना जहाँ आपके साथ कोई नहीं खड़ा होता और जो खड़े होते हैं वो सिर्फ चाटुकार ही हों सकते हैं, और मैंने अभी कुछ देर पहले जिन,जिन लोगों के नाम का ज़िक्र किया वो किसी पहचान के मोहताज नहीं, यह सभी लोग अपने आप में एक यूनिवर्सिटी हैं जिनके साथ रहे कर अगर इनका 1% भी आप इनलोगों से सिख ले.... इनकी काबलियत तो शायद आप भी किसी पहचान के मोहताज नहीं होंगे, और आज यह लोग सफल इसलिए हैं क्योंकि इन्हे अपने आप से प्यार था तब जाकर लोगों ने इन्हे प्यार दिया।
खुद से प्यार का मतलब अपनी लाइफ खूबसूरत करना। पहले अपने आपको समझना की आप कितने महत्वपूर्ण हैं अपने लिए, समाज के लिए, आप महत्वपूर्ण हैं अपने लोगों के लिए अपने माता, पिता के लिए और बिना अहंकार के ज़िन्दगी में सबकी इज़्ज़त करना अपने आस पास के लोगों को खुश रखना,एक,...... एक खुशनुमा माहौल बनाये रखना दूसरों की मदद करना, ये हैं खुद से प्यार करना। देखिये सबकी अपनी,अपनी संघर्षों की कहनियाँ हैं और आप कितने सफल हैं ये ज़रूरी नहीं, आप किसके वजहा से सफल हैं यह ज़रूरी हैं और उस सफलता को आप कितने आगे तक मैंटेन रख सकते हैं ये आपकी खूबसूरत होंगी या काबिलियत होगी क्योंकि सफल तो हर कोई होना चारहा हैं मगर इस सफलता में ज़िन्दगी खुलकर खूबसूरती के साथ कितने लोग जी रहे हैं? सवाल ये हैं...
तो सफल बनिए सिर्फ चंद रुपयों के लिए नहीं बल्कि सफल बनिए एक खूबसूरत ज़िन्दगी को ज़ीने के लिए जो सिर्फ खुद से प्यार करने से मिल सकता हैं जबतक आप खुद से प्यार करेंगे ही नहीं तब तक आप उम्मीद भी मत करिये की लोग आपको प्यार देंगे अगर आप चाहते हैं की लोग आपको समझें तो सबसे पहले आप अपने आपको समझें और प्रेम करें, खुद से खुद को, तभी आप दूसरों को समझ सकते हैं और दूसरे आप को।
अगर आपको किसी से प्रेम होता हैं तो आप क्या करते हैं? अब ये सवाल आप पर छोड़ता हुँ।
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